तोड़ता तो आज हर कोई है।
कोई धर्म के नाम पर,
कोई जाति के नाम पर,
पर,
जोड़ता तो एक ही है
वह है,
डॉक्टर!
धर्म, जाति के भेद मिटाकर,
धर्म और जाति के हिंसा,
में झुलसे हुये को,
एक ही वार्ड में,
भर्ती कर,
एक ही बैंडेज पट्टी से,
एक ही तरह की दवा से,
इलाज कर।
जेपी हंस

- जेपी हंस
- मूल रूप से बिहार राज्य के अरवल जिला के निवासी । मां भारती का सच्चा सपूत। स्वतंत्र लेखक। पूर्वी दिल्ली से प्रकाशित पूर्वालोक, आयकर विभाग राँची से प्रकाशित आयकर जोहार, आयकर विभाग, पटना से प्रकाशित आयकर विहार, ऑनलाईन वेब पत्रिका पुष्पवाटिक टाईम्स, ब्लॉग-बुलेटिन, अनुभव एवं विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित रचनाऐ. ई-मेल आई.डी- jphans25@gmail.com

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