चाहा था बनाऊंगा एक पुल तेरे दिल तक पहुचने को। तुम्हें क्या पता कितना दर्द होता है प्यार में अपनों का। मर-मिटने की कसमें खायी थी उस दिन, आज बड़ी शिद्दत से जरूरत पड़ी है दिल तोड़ने का।
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